उन्नाव की पुरवा विधानसभा में कभी नहीं जीत पाई भाजपा, यहां से जीतकर भाजपा का कोई प्रत्याशी नहीं पहुंचा विधानसभा

उन्नाव:- उन्नाव जनपद की पुरवा विधानसभा जिसे उन्नाव की सियासत का गढ़ कहा जाता है जहाँ आल्हा विधा की प्रसिद्ध गायिका नैना गौतम भी इसी विधानसभा की रहने वाली हैं। पुरवा के बिलेश्वर महादेव मंदिर, भवरेश्वर मंदिर, कांथा हनुमान मंदिर, नंदेश्वरी मंदिर हिलौली, संत मीता शाह बाबा की मजार आदि प्रसिद्ध स्थल हैं। अबतक 17 विधानसभा चुनाव हो चुके है लेकिन इस विधानसभा सीट पर भाजपा कभी चुनाव नहीं जीत सकी।

पुरवा विधानसभा क्षेत्र की राजनीतिक पृष्ठभूमि की बात करें तो उत्तर प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित पुरवा विधानसभा क्षेत्र के ही लउवा गांव के निवासी हैं। समाजवादी पार्टी के एमएलसी सुनील यादव का घर भी इसी विधानसभा क्षेत्र के बचुवा खेड़ा गांव में है। पुरवा विधानसभा सीट कांग्रेस व समाजवादी पार्टी का गढ़ रही है। यहां की जनता ने इन दोनों पार्टियों को बराबर-बराबर मौका दिया। दोनों पार्टियों के उम्मीदवारों को पांच-पांच बार जिताकर विधानसभा भेजा। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने 25-25 साल तक इस सीट पर अपना कब्जा बनाए रखा लेकिन कभी कैबिनेट में जगह नहीं मिल पाई। बीच के कुछ चुनाव में निर्दलीय जनता दल का कब्जा रहा लेकिन भाजपा इस विधानसभा से जीत के लिए तरस गई है। पार्टी कई चुनाव में रनर अप रही लेकिन जीत का आकंड़ा नहीं छू पाई। 1993 में समाजवादी पार्टी ने पुरवा विधानसभा सीट पर जीत का सिलसिला शुरू किया इसके बाद पार्टी ने लगातार पांच विधानसभा चुनावों में जीत की हैट्रिक लगाई। सपा के उदयराज यादव इस सीट से लगातार चार बार विधायक रहे। साल 2017 के चुनाव में सपा ने अपने निवर्तमान विधायक उदयराज यादव को प्रत्याशी बनाया। सपा के उदयराज यादव के सामने बहुजन समाज पार्टी से अनिल सिंह और भारतीय जनता पार्टी से उत्तमचंद उर्फ राकेश लोधी प्रत्याशी थे। बहुजन समाज पार्टी से प्रत्याशी अनिल सिंह ने भाजपा से प्रत्याशी उत्तमचंद लोधी को करीब 27 हजार वोट के बड़े अंतर से हरा दिया तो वही समाजवादी पार्टी से प्रत्याशी उदयराज यादव तीसरे स्थान पर आ गए। 2017 के विधानसभा चुनाव में जब जिले की पांच सीटों पर भगवा फहराया तो पुरवा विधानसभा की ही एकमात्र सीट थी जिस पर बहुजन समाज पार्टी से प्रत्याशी अनिल सिंह ने जीत दर्ज की थी। अब इस बार भी भाजपा के लिए यह सीट बड़ी चुनौती बनी हुई है हालांकि एमएलसी चुनाव में भाजपा को वोट देकर विधायक अनिल सिंह भाजपाई हो गए थे और अबकी भाजपा ने अनिल सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है और समाजवादी पार्टी से उदयराज यादव, बहुजन समाज पार्टी से विनोद कुमार त्रिपाठी, कांग्रेस पार्टी से उरुसा राना को प्रत्याशी बनाया गया है।

पुरवा विधानसभा सीट पर अगर देखा जाए तो कड़ा मुकाबला भाजपा प्रत्याशी अनिल सिंह और समाजवादी पार्टी से प्रत्याशी उदयराज यादव में है। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रहे उत्तमचंद्र लोधी पिछ्ले वर्ष भाजपा छोड़ समाजवादी पार्टी में आ गए थे लेकिन अब पुनः उत्तमचंद्र लोधी कुछ दिन पूर्व भाजपा की सदस्यता लेकर घर वापसी की। उत्तमचंद्र लोधी का क्षेत्र में व्यक्तिगत वोट भी काफी अच्छा है और लोधी समाज के काफी लोग जुड़े हुए है जोकि भाजपा में इनके आने से भाजपा प्रत्याशी अनिल सिंह को काफी फायदा भी होगा इस विधानसभा में सबसे ज्यादा लोधी समाज के मतदाता है जो जिसके तरफ हो गए जीत उसी की ही होती है। हालांकि पुरवा विधानसभा से किसकी जीत होगी यह तो आगामी 10 मार्च को ही पता चलेगा लेकिन सभी दल अपनी-अपनी जीत सुनिश्चित मान रहे हैं।

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कुलदीप वर्मा, उन्नाव

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