भारतीय रेलवे द्वारा लगातार सफाई और पर्यावरण के बचाव के लिये कदम उठाए जा रहे हैं। इसका एक उदाहरण है पश्चिम बंगाल में लगा ये ऑटोमेटिक कोच वॉशिंग प्लांट। भारतीय रेल दिन प्रतिदिन नई-नई टेक्नोलॉजी से ट्रेनों की आवाजाही से लेकर यात्रियों की सुविधा को जोड़ने का काम कर रही है।
साथ ही ट्रेनों के रखरखाव और सफाई के लिए अत्याधुनिक मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसी कड़ी में रेलवे ने ट्रेनों को मिनटों में साफ करने के लिए ऑटोमैटिक वॉशिंग प्लांट की मदद से ट्रेनों की सफाई मिनटों में हो जाती है। इस प्लांट को देशभर में लगाने का काम जोरो पर है।
ट्रेन वाशिंग प्लांट के माध्यम से स्वचालित ड्राइव को ईएमयू कार शेड, राणाघाट, पश्चिम बंगाल में चालू किया गया था। भारतीय रेलवे पर अपनी तरह के पहले संयंत्र को ईएमयू और एमईएमयू दोनों कोचों को धोने के लिए डिजाइन किया गया है।
The Automatic drive through Train Washing Plant was commissioned at EMU Car Shed, Ranaghat, West Bengal.
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) September 1, 2021
The Plant,first of its kind on Indian Railways, has been designed for washing both EMU and MEMU coaches. pic.twitter.com/KHSYTiAj78
पश्चिम रेलवे जोन ने कहा है कि उसने हमेशा विभिन्न तरीकों से हरित और पर्यावरण के अनुकूल प्रौद्योगिकी को प्रोत्साहित किया है, चाहे वह भारतीय रेलवे की पुश एंड पुल परियोजना के माध्यम से हो या ऊर्जा बचाने और पर्यावरण के संरक्षण के लिए सौर पैनलों की स्थापना के माध्यम से हो।