रूस और यूक्रेन में जंग एक महीने (आज 33वें दिन) बाद भी जारी है। अब तक दोनों पक्षों के बीच हुई वार्ता का कोई सार्थक नतीजा नहीं निकला है.वहीं, जेलेंस्की ने कहा कि हम शांति चाहते हैं। साथ ही कहा कि हम NATO के मसले पर जनमत संग्रह कराएंगे।
इस बारे में कोई भी फैसला जल्दबाजी में नहीं लिया जा सकता। यूक्रेन पर जारी भारी हवाई हमले के बीच यूक्रेनी और रूसी प्रतिनिधिमंडलों के बीच शांति वार्ता का नवीनतम दौर मंगलवार को इस्तांबुल के डोलमाबाहस पैलेस में शुरू हुआ। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की सीधे पुतिन से बात करने की इच्छा जता चुके हैं।
लेकिन, अभी तक क्रेमलिन की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। रूस के रक्षा मंत्री ने नाटो को यूक्रेन की मदद करने को लेकर आगाह किया है और दावा किया है कि यूक्रेन की सैन्य क्षमताएं कम हुई हैं। बाइडन की ओर से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर की गई टिप्पणी पर भी रूस की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आई है।
तुर्की के इस्तांबुल में आज रूस और यूक्रेन के बीच वार्ता का चौथा दौर आयोजित हुआ। तुर्की की राजधानी इस्तांबुल में चल रही यूक्रेन और रूस के बीच वार्ता समाप्त हो गई है। तुर्की में यूक्रेन के दूतावास ने यह जानकारी दी। दोनों देशों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता का यह चौथा दौर था जो करीब चार घंटे चला।
अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि यह वार्ता आज पूरी हो गई है या कल भी जारी रहेगी। एक तरफ युद्ध जारी है तो दूसरी तरफ सुलह की कोशिशें भी की जा रही हैं। एक बार आज फिर रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधि बातचीत की टेबल पर आमने-सामने बैठकर युद्ध को थामने का रास्ता तलाशेंगे।
हालांकि बैठक से पहले दोनों देशों का अंदाज बता रहा है कि बातचीत से उन्हें ज्यादा उम्मीद नहीं है। प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि ‘हालांकि रूस के साथ बातचीत से पहले जेलेंस्की ने ये भी कहा है कि शांति के लिये वो जल्द तटस्थता का ऐलान कर सकते हैं।
हालांकि इसके लिए उनकी दो शर्तें भी हैं। पहली शर्त ये कि इस समझौते पर किसी तीसरे पक्ष को गारंटी देनी होगी और जनमत संग्रह भी रखना होगा। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि ‘सुरक्षा गारंटी और तटस्थता, हमारे राज्य की गैर-परमाणु स्थिति, हम इसके लिए तैयार हैं।
यह सबसे महत्वपूर्ण बिंदु है। जहां तक मुझे याद है, यह रूसी संघ के लिए मुख्य बिंदु था और अगर मुझे सही याद है, इसलिए उन्होंने युद्ध शुरू किया था। जेलेंस्की को रूस के साथ चल रहे महायुद्ध के विश्वयुद्ध में बदलने के आसार भी दिखने लगे हैं।
ज़ेलेंस्की ने कहा है कि अगर रूस उनके देश से बाहर नहीं हो जाता है, तो तीसरा विश्वयुद्ध तय है। उन्होंने कहा कि ‘मैं समझता हूं कि रूस को यूक्रेनी क्षेत्र से पूरी तरह से मजबूर करना असंभव है। यह तीसरे विश्व युद्ध की ओर ले जाएगा।
मैं इसे समझता हूं और इसलिए मैं एक समझौते की बात कर रहा हूं। वापस जाएं जहां यह सब शुरू हुआ और फिर हम डोनबास मुद्दे को हल करने का प्रयास करेंगे।’