कर्नाटक हिजाब मामला लगातार चर्चा में बना हुआ है. ऐसे में नेताओं के बयान आग में घी डालने का काम कर रहे हैं। अलीगढ़ में हिजाब मामले पर सपा की महानगर अध्यक्ष रुबीना खानम ने शुक्रवार को एक विवादित बयान दिया। उन्होंने को कहा कि हिजाब पर हाथ डालने वालों का हाथ काट देंगे।
भारत विविधताओं का देश है। यहां माथे का तिलक हो या पगड़ी, घूंघट हो या हिजाब, ये सब हमारी संस्कृति और परंपराओं का अटूट हिस्सा है। इसके साथ सपा की महानगर अध्यक्ष रुबीना खानम ने कहा कि कर्नाटक का हिजाब मामला हमारे देश की बहन बेटियों के मान सम्मान पर हमला है।
यदि बहन-बेटियों के आत्मसम्मान पर हाथ डालेंगे तो हम झांसी की रानी और रजिया सुल्तान बनकर उनके हाथ काट डालेंगे।हिजाब पर राजनीति करना गलत है। साथ कहा कि अब कलयुगी रावण अब हमारे हिजाब का चीर हरण करेंगे। मैं उनको बता देना चाहती हूं कि महिलाओं को कमजोर न समझें, हम कुछ भी कर सकते हैं।
बता दें कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में भी शुक्रवार को हिजाब प्रकरण को प्रदर्शन किया गया और छात्रों के साथ छात्राओं ने सड़क पर उतरकर सरकार के खिलाफ प्रोटेस्ट निकाला. छात्र- छात्राओं का कहना है कि कर्नाटक में जो हमारी बहन पड़ रही है उन्हें हिजाब पहनने से रोका जा रहा है।
उनको ऑप्शन दिया जा रहा है या तो आप हिजाब पहनीए या पढ़ाई कीजिए। इसलिए हम प्रोटेस्ट कर रहे हैं. हम उनके साथ हैं। पूरी दुनिया के जो लोग है. उनके रिलीजन का मसला है. हम सब को उनके साथ होना चाहिए।
वहीं, हिजाब मामले पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था,’ पीएम नरेंद्र मोदी कह रहे हैं कि तीन तलाक भारत में मुस्लिम महिलाओं की बेहतरी के लिए है, लेकिन उनके लिए पीएम की चिंता फर्जी है। उन्हें कर्नाटक में बीजेपी सरकार से कहना चाहिए कि वे महिलाओं को पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने की अनुमति दें, भले ही वे हिजाब या नकाब पहनती हों।’
साथ ही कहा, ‘भारत के संविधान में ये अधिकार है कि कोई क्या पहनेगा, क्या खायेगा। हिजाब, नकाब मुस्लिम महिलाओं के लिए कुरान की आयत हैं।