भारत की एक और बेटी कामयाबी की परचम लहराने अंतरिक्ष में उड़ान भरी। सिरिशा बांदला, भारत की महान बेटियों कल्पना चावला और सुनीता विलियम्स के बाद एक और भारतवंशी में से एक है! सिरिशा बांदला, रिचर्ड ब्रैन्सन की स्पेस कंपनी वर्जिन गैलेक्टिक के अंतरिक्ष यान वर्जिन ऑर्बिट में बैठकर 11 जुलाई को 8 बजे अंतरिक्ष की सफल उड़ान भरी। आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले में जन्मीं सिरिशा बांदला, कल्पना चावला और सुनीता विलियम्स के बाद अंतरिक्ष में जाने वाली तीसरी महिला बनी।

सिरिशा बांदला रिचर्ड ब्रैन्सन के पांच अंतरिक्षयात्रियों में से एक हैं. सिरिशा वर्जिन गैलेक्टिक कंपनी के गवर्नमेंट अफेयर्स एंड रिसर्च ऑपरेशंस की वाइस प्रेसीडेंट हैं। सिर्फ छह सालों में सिरिशा ने वर्जिन गैलेक्टिक में इतनी सीनियर पोस्ट हासिल की है। बचपन से ही अंतरिक्ष यात्री बनने का सपना था। सिरिशा बांदला के अंतरिक्ष में जाने की खबर सोशल मीडिया पर फैल गई और उन्हें बधाई देने वालों का तांता लग गया। सिरिशा बांदला से पहले कल्पना चावला भी अंतरिक्ष में गईं थीं, लेकिन वापसी के वक्त दुर्भाग्यवश स्पेस शटल कोलंबिया में दुर्घटना का शिकार हो गया था, और कल्पना चावला की दर्दनाक मौत हो गई थी। लेकिन सिरिशा ने अंतरिक्ष की सफल उड़ान भरी ।
